अमेरिका चुनाव परिणाम: विजेता की घोषणा में देरी की संभावना के कारण

अमेरिका चुनाव परिणाम: विजेता की घोषणा में देरी की संभावना के कारण
  • 5 नव॰ 2024
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अमेरिका राष्ट्रपति चुनाव और संभावित देरी

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव इस बार एक ऐसे मोड़ पर है, जो न केवल राजनीतिक विश्लेषकों के लिए बल्कि देश के आम नागरिकों के लिए भी अत्याधिक महत्वपूर्ण है। इस चुनाव में उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि पिछली बार की तरह इस बार भी अंतिम परिणाम के आने में पर्याप्त समय लग सकता है।

2020 का अनुभव बताता है कि अमेरिका के चुनाव परिणाम की घोषणा चार दिन बाद की गई थी। इस बार भी परिस्थिति कुछ वैसी ही बनी हुई है। प्रमुख कारणों में से एक है मेल-इन बैलेट की संख्या, जो इस बार भारी मात्रा में आई है। 70 मिलियन से ज्यादा अमेरिकी पहले ही वोट डाल चुके हैं, जो गिनती के हिसाब से काफी अधिक है। इससे यह जाहिर होता है कि परिणाम की घोषणा में विलंब हो सकता है। चुनाव में मेल-इन बैलेट का उच्चस्तरीय उपयोग उन मतदान क्षेत्रों में विशेष ध्यान देने योग्य है जो चुनावी रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।

विलंब के मुख्य कारण

इन चुनावों की विशेषता यह है कि प्रत्येक राज्य के पास अपने खुद के मेल-इन बैलेट को गिनने के नियम हैं। उदाहरण के लिए, पेंसिल्वेनिया और विस्कॉन्सिन में चुनाव कर्मचारी चुनाव दिवस तक मेल-इन बैलेट को गिनने की प्रक्रिया शुरू नहीं कर सकते। वहीं, एरीजोना, जॉर्जिया, मिशिगन, नेवाडा और उत्तरी कैरोलिना जैसे अन्य महत्वपूर्ण राज्यों में पहले से इसकी गणना शुरू हो सकती है, लेकिन ये चुनाव भी करीबी होने के कारण परिणाम में देरी हो सकती है।

पेंसिल्वेनिया, जो 2020 में चार दिन की देरी का एक प्रमुख कारण था, इस बार भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस बार लाइव कवरेज और तत्काल डेटा के बावजूद निर्णायक समय में कितनी चपलता दिखती है।

पूर्वानुमान और मीडिया की भूमिका

अमेरिकी मीडिया इस बार चुनाव परिणाम के पूर्वानुमान में अभूतपूर्व भूमिका निभाने की स्थिति में है। प्रमुख मीडिया संस्थान अत्यंत विशिष्ट और विस्तृत डेटा का उपयोग कर इस बार और भी सटीक भविष्यवाणियाँ करने की तैयारी कर रहे हैं। एसोसिएटेड प्रेस के निर्णय टीम ने तो पहले ही प्रारंभ कर दिया है, उनके पत्रकार मतदान स्थलों पर तैनात हैं जो समयानुसार डेटा फीड करते हैं।

इस प्रक्रिया के तहत, जब कोई राज्य अत्यधिक अनुशंसा प्राप्त पार्टी की ओर से मतदान करता है, तो वहां जल्दी निर्णय लिया जा सकता है। लेकिन निर्णायक राजनीतिक मैदानों में जल्दबाजी की कोई जगह नहीं रहेगी। वहां के परिणाम का इंतजार करना पड़ेगा, जो चुनाव की करीबी प्रतिस्पर्धा को और रोमांचक बना देगा।

अंतत: सभी की निगाहें अब इस बात पर हैं कि अंतिम परिणाम कब और किसके पक्ष में आएगा। इस बार का चुनाव न केवल उम्मीदवारों के लिए बल्कि अमेरिकी लोकतंत्र के लिए भी चुनौतीपूर्ण समय साबित होने वाला है।