कमला हैरिस का समर्थन करने का पुतिन का निर्णय: अमेरिकी चुनाव में रूस की भूमिका पर विवाद
- 6 सित॰ 2024
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रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का समर्थन
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सभी को चौंकाते हुए उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया है। यह घोषणा उन आरोपों के बाद आई जिसमें बाइडेन प्रशासन ने रूस पर अमेरिकी चुनाव में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया था। पूर्वी आर्थिक मंच, जो 5 सितंबर, 2024 को व्लादिवोस्तोक में हुआ, उसके दौरान पुतिन का यह बयान आया।
पुतिन ने अपने बयान में कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडेन, जिन्हें रूस का 'फेवरेट' माना जाता था, ने जब अपने साथियों को हैरिस का समर्थन करने की सलाह दी तो रूस ने भी उन्ही के समर्थन का निश्चय किया। पुतिन ने बाइडेन को अधिक अनुभवी और पूर्वानुमान योग्य कहा, लेकिन उनके हट जाने के बाद हैरिस को नई पसंदीदा उम्मीदवार बताया।
पुतिन की सरकास्टिक टिप्पणी
पुतिन की टिप्पणी किसी हद तक व्यंग्यपूर्ण लग रही थी। उन्होंने कमला हैरिस की 'मनोहारी और संक्रामक हंसी' का संदर्भ दिया और सुझाया कि अगर वह सफल हुईं तो वह रूस पर और अधिक प्रतिबंध नहीं लगाएंगी। यह टिप्पणी विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि पूर्व राष्ट्रपति ट्रम्प ने रूस पर कई प्रतिबंध और प्रतिबंध लगाए थे।
उधर, अमेरिकी अधिकारियों ने रूस पर एक 'गुप्त अभियान' का भी आरोप लगाया जिसमें फर्जी समाचार साइटों का उपयोग कर रूसी प्रोपेगैंडा फैलाने की कोशिश की गई। न्याय विभाग ने दो रूसी महिलाओं के खिलाफ आरोप दायर किए हैं जिन्होंने एक अमेरिकी कंपनी को ऑनलाइन प्रभावितकर्ताओं को प्रोक्रीमलिन नैरेटिव फैलाने के लिए लाखों डॉलर दिए थे। इस बीच, न्याय विभाग ने 32 इंटरनेट डोमेन भी जब्त किए जिनका उपयोग चुनाव में हस्तक्षेप के लिए किया जा रहा था।
अमेरिका-रूस संबंधों पर प्रभाव
भले ही पुतिन ने हैरिस का समर्थन किया, अमेरिकी अधिकारियों का मानना है कि रूस अभी भी ट्रम्प को पसंद करता है। ट्रम्प ने पुतिन के प्रति अपनी प्रशंसा व्यक्त की है और यूक्रेन को सहायता कम करने का प्रस्ताव भी दिया है। पुतिन ने यह भी माना कि अमेरिकी राष्ट्रपति का अंतिम चयन अमेरिकी लोगों द्वारा किया जाएगा, लेकिन उनकी टिप्पणी को अमेरिकी जनमत को प्रभावित करने का प्रयास माना जा रहा है।
नेशनल सिक्योरिटी के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने पुतिन को अमेरिका के चुनावों से दूर रहने का परामर्श देते हुए कहा था, 'हमारे चुनावों से बाहर रहो।' यह बयान और घटनाक्रम यह स्पष्ट करते हैं कि रूस और अमेरिका के बीच चुनाव संबंधी मामले कितने संवेदनशील और विवादास्पद हो सकते हैं।
इस समय जब अमेरिकी चुनाव अपने चरम पर हैं, पुतिन की यह घोषणा और रूस पर लगाए गए चुनाव हस्तक्षेप के आरोप बहुत ही महत्वपूर्ण हैं। यह देखना रहेगा कि आने वाले दिनों में यह घटनाक्रम क्या मोड़ लेकर आता है और दोनों देशों के संबंधों पर इसका क्या प्रभाव पड़ता है।