अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले जा रहे भारत और पश्चिमी वेस्ट इंडीज के बीच दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन, पश्चिमी वेस्ट इंडीज ने फॉलो-ऑन के बाद 173/2 का स्कोर बनाया, लेकिन अभी भी भारत से 97 रन पीछे हैं। दोनों ओपनर्स जॉन कैम्पबेल (82*) और कप्तान शाई होप (78*) ने एक अद्भुत 173 रन की भागीदारी बनाकर दिन को सुरक्षित रखा। दोनों बल्लेबाज अपराजित रहे, जिन्होंने मिलकर 47.4 ओवर बल्लेबाजी की और क्रमशः 10 और 9 चौके मारे। यह जोड़ी ने भारत के स्पिन बल्लेबाजों को बड़ी मुश्किल में डाल दिया, जिन्होंने पहली पारी में पश्चिमी वेस्ट इंडीज को सिर्फ 158 रनों पर आउट किया था।
भारत की शक्तिशाली पारी और स्पिन जादू
भारत ने पहली पारी में 428/7 का स्कोर बनाया, जिसमें शुभमन गिल (112), केएल राहुल (78), विराट कोहली (65) और रवींद्र जडेजा (54) ने अहम योगदान दिया। इसके बाद भारत ने पश्चिमी वेस्ट इंडीज को फॉलो-ऑन का आदेश दिया, जिससे उन्हें 270 रनों का बड़ा लीड मिल गया। इस पारी में भारत के स्पिनर्स ने निर्णायक भूमिका निभाई। कुलदीप यादव ने 18.2 ओवर में 5 विकेट लेकर अपनी टेस्ट कैरियर का पांचवां पांच-विकेट हैट्रिक पूरा किया। यह उनका अब तक का सबसे महत्वपूर्ण योगदान है। रवींद्र जडेजा ने 15 ओवर में 3 विकेट लिए और दोनों ने मिलकर पश्चिमी वेस्ट इंडीज की बल्लेबाजी को ध्वस्त कर दिया।
पश्चिमी वेस्ट इंडीज की पहली पारी में केवल जॉनाथन लेन (24) और एंडरसन फिलिप (14) ही दो बल्लेबाज थे जिन्होंने दस रन से अधिक बनाए। जोमेल वार्रिकन ने शुरुआत में ही शुभमन गिल के हाथों आउट होकर शून्य पर वापसी की। भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने दो विकेट लिए, जबकि जसप्रीत बुमराह ने एक विकेट लिया।
पश्चिमी वेस्ट इंडीज का दूसरा दिन: अपराजित जोड़ी का अहम उद्धार
दूसरी पारी में जब पश्चिमी वेस्ट इंडीज को फॉलो-ऑन करना पड़ा, तो उनकी स्थिति बहुत खराब लग रही थी। लेकिन जॉन कैम्पबेल और शाई होप ने बल्लेबाजी के जरिए टीम को बचाया। कैम्पबेल, जो अपने कैरियर के सबसे महत्वपूर्ण बल्लेबाजी प्रदर्शन के बीच में हैं, ने अपने 82 रनों में चौकों की बारिश की। होप, जो अब तक इस टूर में बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं, ने अपने 78 रनों में तेज और सटीक शॉट्स का इस्तेमाल किया।
इस जोड़ी के खिलाफ भारत के स्पिनर्स ने अपनी पूरी क्षमता दिखाई। जडेजा की एक गेंद पर होप ने ड्राइव करने की कोशिश की, लेकिन गेंद बाउंस कर ड्रव जुरेल के ग्लव्स से टकराई और दो बाईज लगे। एक ओवर पहले, होप ने जडेजा की एक तेज गेंद को कवर रन की ओर धकेलकर चौका मारा। ये शॉट्स ने भारत के बल्लेबाजों को अपने रणनीति को बदलने पर मजबूर कर दिया।
पहले टेस्ट का अहम रिकॉर्ड
इस टेस्ट सीरीज की शुरुआत भारत के लिए बहुत शानदार रही। पहले टेस्ट में, जो 4 अक्टूबर, 2025 को खेला गया, भारत ने पश्चिमी वेस्ट इंडीज को इनिंग्स और 140 रनों से हराया। उस मैच में केएल राहुल (120), ध्रुव जुरेल (102) और रवींद्र जडेजा (105) ने शतक लगाए। पश्चिमी वेस्ट इंडीज ने पहली पारी में सिर्फ 162 और दूसरी पारी में 146 रन बनाए। जयडेन सील्स ने दूसरी पारी में 10 रन बनाए, जिसमें एक छक्का और एक चौका शामिल था।
इस जीत के बाद भारत की टीम ने सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली। अब दूसरे टेस्ट में अगर भारत पश्चिमी वेस्ट इंडीज को इनिंग्स से हरा देता है, तो यह सीरीज भारत के नाम हो जाएगी। यह उपलब्धि भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण होगी, क्योंकि पिछले तीन सालों में भारत ने घरेलू सीरीज में किसी भी टीम को इनिंग्स से हराने का रिकॉर्ड बनाया है।
मैच की अहम व्यवस्था और टीमें
यह मैच भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (BCCI) और पश्चिमी वेस्ट इंडीज क्रिकेट बोर्ड (WICB) द्वारा आयोजित किया जा रहा है। मैच के रेफरी रंजन मदुगल्ले (श्रीलंका) हैं, जबकि उम्पायर्स नीतिन मेनन (भारत) और रिचर्ड इलिंगवर्थ (इंग्लैंड) हैं। टीवी उम्पायर पॉल विल्सन (ऑस्ट्रेलिया) और चौथे उम्पायर विरेंद्र शर्मा (उत्तर प्रदेश) हैं।
भारत की टीम में कप्तान रोहित शर्मा, वाइस-कप्तान जसप्रीत बुमराह, शुभमन गिल, विराट कोहली, केएल राहुल, रवींद्र जडेजा और कुलदीप यादव जैसे अनुभवी खिलाड़ी शामिल हैं। पश्चिमी वेस्ट इंडीज की टीम में कप्तान शाई होप, वाइस-कप्तान रोस्टन चेस, जॉन कैम्पबेल और जेसन होल्डर जैसे अनुभवी खिलाड़ी हैं।
अगला कदम: इनिंग्स डिफीट के लिए 98 रन
अगले दिन, यानी 6 अक्टूबर, 2025 को जब मैच फिर शुरू होगा, तो पश्चिमी वेस्ट इंडीज को 98 और रन बनाने होंगे ताकि वे इनिंग्स हार से बच सकें। लेकिन यह बहुत मुश्किल होगा। भारत के स्पिनर्स अब बल्लेबाजी के बाद गेंद को और ज्यादा घुमा रहे हैं। जडेजा और कुलदीप की गेंदबाजी के लिए टीम ने अब बहुत सारी रणनीतियां बना ली हैं।
पश्चिमी वेस्ट इंडीज के लिए अब बस एक ही रास्ता है — अपने बल्लेबाजों को बहुत ज्यादा धैर्य रखना होगा। कैम्पबेल और होप ने आज अच्छा काम किया, लेकिन अगले दिन भारत के बल्लेबाजों को जल्दी बाहर करना होगा। अगर वे अपनी बल्लेबाजी जारी रखते हैं, तो यह मैच लंबा हो सकता है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
क्या पश्चिमी वेस्ट इंडीज इनिंग्स हार से बच पाएगा?
पश्चिमी वेस्ट इंडीज को अभी 98 रन बनाने होंगे ताकि वे इनिंग्स हार से बच सकें। लेकिन उनकी बल्लेबाजी लाइनअप में केवल जॉन कैम्पबेल और शाई होप ही अभी तक बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। अगर वे दोनों बाहर हो गए, तो बाकी बल्लेबाजों के लिए भारत के स्पिनर्स के खिलाफ लड़ना बहुत कठिन होगा। इसलिए यह बहुत कम संभावना है कि वे इनिंग्स हार से बच पाएंगे।
कुलदीप यादव का पांचवां पांच-विकेट हैट्रिक क्यों महत्वपूर्ण है?
कुलदीप यादव अब तक के टेस्ट क्रिकेट में केवल पांच बार पांच-विकेट हैट्रिक लेने वाले भारतीय स्पिनर हैं। यह उपलब्धि उन्हें अनुभवी स्पिनर्स जैसे एनएस नाडकर्णी और रविशंकर पाटिल के साथ शामिल करती है। उनकी यह गेंदबाजी भारत के लिए एक बड़ा लाभ है, क्योंकि घरेलू मैदानों पर वे अक्सर बल्लेबाजों को उलझा देते हैं।
पहले टेस्ट में भारत ने कैसे जीत दर्ज की?
पहले टेस्ट में भारत ने 448/5 का स्कोर बनाया, जिसमें केएल राहुल (120), ध्रुव जुरेल (102) और रवींद्र जडेजा (105) ने शतक लगाए। पश्चिमी वेस्ट इंडीज ने पहली पारी में सिर्फ 162 और दूसरी पारी में 146 रन बनाए। जडेजा ने अंतिम विकेट लिया, जब वे ने पियरे को बाउंसर के जरिए आउट किया। यह भारत की घरेलू टेस्ट सीरीज में एक बड़ी जीत थी।
नरेंद्र मोदी स्टेडियम का मैच पर क्या प्रभाव पड़ा?
नरेंद्र मोदी स्टेडियम, जिसकी क्षमता 132,000 है, ने भारत के लिए एक बहुत बड़ा फायदा दिया। यह मैदान स्पिनर्स के लिए बहुत अच्छा है, क्योंकि यहां गेंद ज्यादा घूमती है। इसलिए कुलदीप और जडेजा ने इस मैच में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। यह भारत के लिए एक अहम फायदा है, क्योंकि विदेशी टीमें इस तरह के मैदानों पर आमतौर पर अपनी बल्लेबाजी ठीक से नहीं चला पातीं।
अगले दिन क्या उम्मीद की जा सकती है?
अगले दिन भारत की उम्मीद होगी कि वे जल्दी से दो या तीन विकेट लें। अगर कैम्पबेल और होप बाहर हो गए, तो पश्चिमी वेस्ट इंडीज के लिए बाकी बल्लेबाजों के लिए बहुत कठिन होगा। भारत के लिए अब बस एक ही लक्ष्य है — इनिंग्स हार से जीत के साथ सीरीज जीतना।
क्या यह सीरीज भारत के लिए ऐतिहासिक हो सकती है?
हां, अगर भारत दूसरे टेस्ट में इनिंग्स हार से जीत दर्ज करता है, तो यह उनकी पहली ऐसी सीरीज होगी जिसमें वे दोनों टेस्ट इनिंग्स हार से जीत दर्ज करेंगे। पिछले 30 सालों में भारत ने केवल दो बार ऐसा किया है — 1998 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ और 2012 में श्रीलंका के खिलाफ। यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि होगी।