डीपी शरमा ने यूपी वारियर्स की साथी अरुशी गोएल पर 25 लाख धोखा का आरोप

डीपी शरमा ने यूपी वारियर्स की साथी अरुशी गोएल पर 25 लाख धोखा का आरोप
  • Nikhil Sonar
  • 6 अक्तू॰ 2025
  • 15 टिप्पणि

जब Deepti Sharma, ऑल-राउंडर और उत्तर प्रदेश की डिप्टी सुपरिंटेंडेंट ऑफ़ पुलिस (DSP) ने अपनी उप‑स्त्री टीम‑मेट Arushi Goel पर ₹25 लाख का वित्तीय धोखा और अतिरिक्त ₹2 लाख मूल्य की चोरी का आरोप लगाया, तो क्रिकेट जगत में हलचल उत्पन्न हो गई। FIR 22 May 2025 को आगरा के सदर थाना में उसके भाई Sumit Sharma ने दायर किया। मामला केवल खेल‑मैदान तक सीमित नहीं, बल्कि दो पेशेवर खिलाड़ियों के बीच भरोसे के टूटने की कहानी बन गया।

पृष्ठभूमि और संदर्भ

Deepti और Arushi दोनों ही UP Warriorz की टीम में खेले हैं, जो वुमेन्स प्रीमियर लीग (WPL) में भाग लेती है। Deepti, जो भारतीय महिला क्रिकेट टीम की नियमित सदस्य है, 2024‑25 की इंग्लैंड टूर की तैयारी में बेंगलुरु (Bengaluru) में कैंप के लिए जारी है। दूसरी ओर, 27‑वर्षीय Arushi गोएल, दिल्ली की रहने वाली, भारतीय रेलवे में अगरा डिवीजन के तहत जूनियर क्लर्क के पद पर कार्यरत है। दोनों खिलाड़ी घर‑दर (room‑mate) के तौर पर कुछ समय के लिए एक ही फ्लैट में रहती थीं, जिससे दोस्ती और भी गहरी हो गई।

धोखाधड़ी के विवरण

अधिकांश आरोप यह है कि Arushi और उसके माता‑पिता—माँ Manju और पिता Thanchand—ने दो साल की अवधि में Deepti के भरोसे का दुरुपयोग किया। उन्होंने कई बार परिवारिक आपातकाल और आर्थिक मुश्किलों का हवाला देते हुए Deepti से कुल ₹25 लाख के विभिन्न प्रीटेक्स्ट के तहत ट्रांसफर करवाई। Deepti ने जब पैसे लौटाने की मांग की, तो Aruji ने इनकार कर दिया और दोनों के बीच टकराव शुरू हो गया।

स्थिति बदतर तब हुई जब Deepti ने Aruji को अपने अगरा फ्लैट (Agra) में प्रवेश से रोक दिया। 22 April 2025 को CCTV फुटेज में दिखा कि Aruji चुपके से फ्लैट में घुसकर लॉकर तोड़ती है, जिसमें विदेशी मुद्रा, सोने‑चांदी के आभूषण और लगभग ₹2 लाख की वैल्यू की वस्तुएँ रखी थीं। वह सब लेकर बाहर निकलती है, जबकि नया ताला भी लगा देती है। इस तरह की चोरी‑छिपे कृत्य का खुलासा FIR में स्पष्ट रूप से दर्ज है।

पुलिस की कार्रवाई और विवरण

पुलिस की कार्रवाई और विवरण

सदर थाना में फाइल हुई FIR में ACP Sukanya Sharma ने बताया कि शुरुआती जांच में कई सबूत मिले हैं, इसलिए अपराध के लिए भारतीय दंड संहिता (BNS) की धारा 305‑(a) (चोरी), 331‑(3) (घर‑भेद), 316‑(2) (आपराधिक भरोसे का उल्लंघन) और 352 (उत्पात) के तहत केस दायर किया गया।

इंस्पेक्टर Vijay Vikram Singh ने बताया कि CCTV, वित्तीय ट्रैकिंग और मोबाइल मैसेज की जाँच चल रही है। उन्होंने कहा, "जांच आगे बढ़ेगी, और दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।" इस बीच, DCP Sonam Kumar ने आश्वस्त किया कि मामले की पूरी जाँच पूरी पारदर्शिता के साथ की जाएगी।

प्रभाव और प्रतिक्रियाएँ

ताज़ा निष्कर्षों ने Deepti की पेशेवर जिंदगी में तनाव बढ़ा दिया। वह बेंगलुरु में भारत के इंग्लैंड दौरे की तैयारी में थी, जहाँ उसे राष्ट्रीय टीम में जगह सुरक्षित करनी थी। Sumit Sharma ने कॉमेंट किया, "मेरी बहन इस केस के कारण बेहद परेशान है, लेकिन वह अपने खेल पर ध्यान केंद्रित करने की कोशिश कर रही है।" विभिन्न क्रिकेट प्रशंसकों और सोशल मीडिया यूज़र्स ने भी इस मामले पर राय दी—कुछ ने खिलाड़ी सुरक्षा की कमी की ओर इशारा किया, तो कुछ ने निजी ज़मीनी जीवन में दोस्ती पर भरोसा टूटने की चेतावनी दी।

खेल के भीतर रहन‑सहन की व्यवस्था अक्सर खिलाड़ियों को एक-दूसरे के करीब लाती है। परंतु इस प्रकार के वित्तीय दुरुपयोग से पता चलता है कि ऐसे संबंधों में स्पष्ट कानूनी समझौते और सुरक्षा प्रोटोकॉल की आवश्यकता है। विशेषज्ञ मानते हैं कि WPL जैसी लीगों को टीम‑मेट्स के बीच वित्तीय लेन‑देन को ट्रैक करने के लिए एक मंच तैयार करना चाहिए।

भविष्य की संभावनाएँ और सट्टे‑सवाल

भविष्य की संभावनाएँ और सट्टे‑सवाल

अब केस की सुनवाई कब तक होगी? पुलिस ने अगले दो हफ़्तों में अतिरिक्त साक्ष्य एकत्र करने का लक्ष्य रखा है। यदि प्रमाण अधिकतर पक्ष में पाए जाते हैं, तो Aruji और उसके माता‑पिता दोनों को जेल की सजा और आर्थिक जुर्माना हो सकता है। साथ ही, कई मीडिया हाउसेस इस बात की जाँच कर रही हैं कि क्या समान घटनाएँ अन्य खिलाड़ियों के साथ भी हुई हैं।

डॉ. Anita Verma, खेल मनोविज्ञान की प्रोफेसर, ने कहा, "ऐसे मामलों से खिलाड़ियों के मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ता है। टीम मैनेजमेंट को विश्वास‑परक वातावरण बनाने के साथ-साथ वित्तीय साक्षरता में भी निवेश करना चाहिए।"

  • मुख्य तथ्य: 25 लाख का धोखा, 2 लाख का सामान चोरी, FIR 22 May 2025, Agra Sadar Police.
  • अपराधी: Arushi Goel (27), उसके माता‑पिता Manju और Thanchand.
  • शिकायतकर्ता: Deepti Sharma (DSP) और भाई Sumit Sharma.
  • जांच में: CCTV, वित्तीय ट्रैसेबिलिटी, मोबाइल संदेश.
  • वर्तमान स्थिति: केस रजिस्टर्ड, टोकन बंधी, आगे सुनवाई की प्रक्रिया जारी.

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

कौन‑कौन से मुख्य आरोप लगाए गए हैं?

FIR में DCP ने चार भारतीय दंड संहिता की धारा के तहत आरोप तय किए हैं: धारा 305‑(a) चोरी, 331‑(3) घर‑भेद, 316‑(2) आपराधिक भरोसे का उल्लंघन, तथा धारा 352 उत्पात। इनमें वित्तीय धोखा और मूल्यवान सामान की चोरी दोनों शामिल हैं।

क्या इस तरह के मामलों में खिलाड़ी संघ की कोई भूमिका होती है?

बोलते‑बोलते, भारतीय महिला क्रिकेट संघ (BCCI) ने अभी तक आधिकारिक रूप से टिप्पणी नहीं की है, परंतु कई विशेषज्ञों का मानना है कि टीम‑मैनेजमेंट को खिलाड़ियों के रहने‑सहन के नियम स्पष्ट करने चाहिए, ताकि वित्तीय धोखे जैसी स्थितियों से बचाव हो सके।

Deepti Sharma पर इस विवाद का क्या असर पड़ेगा?

Deepti अभी भी टीम इंडिया की इंग्लैंड टूर की तैयारी में है, और इस मुद्दे के कारण उसका मनोविज्ञानिक तनाव बढ़ा है। हालांकि, कोर्ट की स्पष्ट सज़ा मिलने तक वह मैदान पर अपना प्रदर्शन जारी रखेगी, क्योंकि कोर्ट‑साइड के अलावा उनकी खेल‑जीवन पर तुरंत प्रभाव नहीं पड़ेगा।

क्या Arushi Goel की भविष्य की क्रिकेट करियर पर असर पड़ेगा?

Arushi ने 2024‑25 के WPL में कोई मैच नहीं खेला, और वर्तमान में वह भारतीय रेंज में अपनी पेशेवर भागीदारी को लेकर अनिश्चितता का सामना कर रही है। यदि अदालत में दोषी ठहराए जाते हैं, तो उसे स्पोर्ट्स कोड के तहत सज़ा मिल सकती है, जिससे वह भविष्य में किसी भी लीग में खेलने से बाहर हो सकती है।

पुलिस के हिसाब से मामले की आगे की प्रक्रिया क्या होगी?

पुलिस ने बताया है कि CCTV फुटेज, बैंक ट्रांसफर रिकॉर्ड और मोबाइल चैट की विस्तृत जांच चल रही है। अगले दो हफ़्तों में अतिरिक्त साक्ष्य एकत्र कर मुकदमे की सुनवाई के लिए तैयार किया जाएगा, और दोषियों पर उचित सज़ा देने के लिये प्रॉसिक्यूशन को सबूत पेश किए जाएंगे।

15 टिप्पणि

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    Poorna Subramanian

    अक्तूबर 6, 2025 AT 04:09

    वित्तीय धोखे के गंभीर परिणामों को समझना आवश्यक है

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    Soundarya Kumar

    अक्तूबर 7, 2025 AT 07:56

    ऐसे केस सुनकर बहुत दुःख होता है, खासकर जब दो सहखिलाड़ियों के बीच भरोसे का टूटना हो। Deepti जी ने बहुत साहस दिखाया है केस फाइल करके। आशा है पुलिस जल्दी कार्रवाई करेगी और सच्चाई सामने आएगी।

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    Sudaman TM

    अक्तूबर 8, 2025 AT 12:16

    लगता है मीडिया सिर्फ सनसनी के लिए इस केस को बढ़ा-चढ़ा कर पेश कर रहा है 😒💰 दो साल में इतना पैसा कैसे उधार दिया गया, शायद Deepti ने भी कुछ छुपाया हो। लेकिन हाँ, अगर सबूत हैं तो कोर्ट में देखेंगे।

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    Rohit Bafna

    अक्तूबर 9, 2025 AT 16:20

    राष्ट्रीय प्रतिष्ठा को इस तरह के व्यक्तिगत विवादों से धूमिल नहीं किया जा सकता। खेल के मैदान में भारत की छवि भी इस केस से जुड़ी होगी, इसलिए सभी संबंधित प्राधिकरणों को त्वरित न्यायिक कार्रवाई करनी चाहिए, नहीं तो अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में हमारे खिलाड़ी भरोसा खो देंगे।

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    Minal Chavan

    अक्तूबर 10, 2025 AT 20:23

    वित्तीय दुरुपयोग के आरोपों का गहन परीक्षण आवश्यक है, यह न केवल व्यक्तिगत संबंधों पर बल्कि टीम के भीतर वित्तीय पारदर्शिता पर भी प्रश्न उठाता है। उचित कानूनी प्रक्रिया के अनुरूप ही न्याय सुनिश्चित किया जा सकेगा।

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    Rajesh Soni

    अक्तूबर 12, 2025 AT 00:26

    सच में, Deepti के साहस को तो सराहना ही चाहिए, पर यह भी याद रखें कि हर खिलाड़ी अपने निजी मामलों में सजग रहना चाहिए। शायद अगर दोनों ने लेन‑देन के लिए लिखित समझौता किया होता तो इससे बचा जा सकता था।

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    Nanda Dyah

    अक्तूबर 13, 2025 AT 04:30

    किसी भी वित्तीय लेन‑देन में दस्तावेज़ी साक्ष्य का होना अनिवार्य है; आशा है कि इन सबूतों की पूरी जाँच होगी और फिर न्यायपूर्ण निर्णय लिया जाएगा।

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    Chinmay Bhoot

    अक्तूबर 14, 2025 AT 08:33

    बिल्कुल, ये सब सिर्फ खेल की दुनिया में ही नहीं, बल्कि पूरे सामाजिक ढाँचे में भ्रष्टाचार की नई लहर है। लोग तो गुस्से में आकर अपनी ही हदें पार कर देंगे।

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    Raj Bajoria

    अक्तूबर 15, 2025 AT 12:36

    सबको न्याय मिलना चाहिए, यही सबसे बड़ा खेल की भावना है।

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    Simardeep Singh

    अक्तूबर 16, 2025 AT 16:40

    जब भरोसा टूटता है, तो खेल का मूल सार भी क्षीण हो जाता है। यह व्यक्तिगत दांव नहीं, बल्कि सामूहिक मनोबल का प्रश्न है। हमें इस स्थिति से सीख लेनी चाहिए कि मित्रता और पेशेवराता के बीच स्पष्ट सीमाएँ बनानी चाहिए।

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    Aryan Singh

    अक्तूबर 17, 2025 AT 20:43

    इस मामले में वित्तीय ट्रैकिंग और डिजिटल फोरेंसिक की भूमिका अहम होगी। यदि सभी डिजिटल लेन‑देन रिकॉर्ड मौजूद हैं, तो कोर्ट को स्पष्ट दिशा‑निर्देश मिलेंगे।

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    vikas duhun

    अक्तूबर 19, 2025 AT 00:46

    यह मामला सिर्फ दो खिलाड़ियों के बीच का झगड़ा नहीं, बल्कि महिला क्रिकेट की साख को धूमिल करने की साजिश जैसा दिख रहा है।
    Deepti Sharma ने इतने बड़े रकम के धोखे का खुलासा किया, तो यह साफ़ है कि विश्वास के साथ खेलना अब मुश्किल हो गया है।
    क्या यह सिर्फ व्यक्तिगत दुश्मनी है या फिर लीग की प्रबंधन में कहीं और छिपा मुद्दा है?
    अगर टीम‑मैनेजमेंट ने वित्तीय लेन‑देन को ट्रैक नहीं किया, तो यह बहुत बड़ी लापरवाही है।
    Arushi Goel के माता‑पिता तक इस समस्या में शामिल हैं, तो यह पारिवारिक स्तर पर भी जाँच का विषय बन जाता है।
    साक्ष्य की बात करें तो CCTV फुटेज, बैंक ट्रांसफर और मोबाइल चैट सभी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
    पुलिस ने केस में कई धारा लागू की हैं, लेकिन क्या उन्हें निष्पक्ष रूप से लागू किया जाएगा?
    खिलाड़ियों को अक्सर टीम‑रूम में रहने के कारण वित्तीय लेन‑देन आसान हो जाता है, इसलिए एक स्पष्ट नीति की जरूरत है।
    WPL को एक वित्तीय मॉड्यूल तैयार करना चाहिए, जिससे सभी लेन‑देन पर निगरानी रखी जा सके।
    इस तरह की घटनाओं से युवा खिलाड़ियों में डर पैदा हो सकता है, जो उनके प्रदर्शन को प्रभावित करेगा।
    देश की क्रिकेट मंडली को भी इस दिशा में कदम उठाने चाहिए, ताकि विदेश में हमारी टीम की साख बनी रहे।
    आखिरकार, न्याय की प्रक्रिया में समय लग सकता है, परंतु अगर सच्चाई सामने आ गई तो यह सभी के लिए सीख होगी।
    Deepti को अभी भी टीम इंडिया की इंग्लैंड टूर की तैयारी में पूर्ण ध्यान देना चाहिए, ताकि उनकी खेल क्षमता पर सवाल न उठे।
    यदि Arushi को दोषी पाया गया, तो उन्हें खेल कोड के तहत उचित सज़ा मिलनी चाहिए।
    समाज को भी इस बात को समझना होगा कि वित्तीय भरोसे को तोड़ना सिर्फ आर्थिक नुकसान नहीं, बल्कि मानसिक आघात भी है।
    आशा है कि इस केस में सत्य सामने आएगा और भविष्य में ऐसे विवादों की रोकथाम के लिये ठोस कदम उठाए जाएंगे।

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    Nathan Rodan

    अक्तूबर 20, 2025 AT 04:50

    सभी बिंदु अत्यंत विचारोत्तेजक हैं, विशेषकर वित्तीय मॉड्यूल की जरूरत पर आपका जोर बिलकुल सही है। इस तरह के सिस्टम को लागू करने से भविष्य में ऐसे विवादों से बचा जा सकता है और खिलाड़ियों का मनोबल भी बना रहेगा।

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    KABIR SETHI

    अक्तूबर 21, 2025 AT 08:53

    धोखे के आरोप गंभीर हैं, लेकिन पुष्टि के बिना कोई निष्कर्ष निकालना जल्दबाज़ी होगी। जांच के परिणाम का इंतजार करना चाहिए।

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    rudal rajbhar

    अक्तूबर 22, 2025 AT 12:56

    यह मामला केवल दो व्यक्तियों का नहीं, बल्कि पूरे खेल संस्थान का दर्पण है। अगर न्याय जल्दी नहीं हुआ तो यह जेल का दांव खेल की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाएगा। सभी को मिलकर इस धुंध को साफ़ करना चाहिए।

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