गोवा हवाई अड्डे पर बिजली गिरने से रनवे क्षतिग्रस्त, छह उड़ानें मोड़ी गईं: जानिए पूरी कहानी

गोवा हवाई अड्डे पर बिजली गिरने से रनवे क्षतिग्रस्त, छह उड़ानें मोड़ी गईं: जानिए पूरी कहानी
  • 23 मई 2024
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मनोहर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर बिजली गिरने से उड़ानें प्रभावित

बुधवार का दिन गोवा के मनोहर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (MIA) के लिए तनावपूर्ण रहा। घटना तब घटी जब शाम 5:15 बजे अचानक बिजली गिरने से रनवे के किनारे की लाइट्स क्षतिग्रस्त हो गईं। इस अप्रत्याशित घटना के कारण हवाई अड्डे पर फ्लाइट संचालन में अवरोध उत्पन्न हुआ, जिससे छह उड़ानों को निकटवर्ती गंतव्यों की ओर मोड़ना पड़ा।

हवाई अड्डे पर इस घटना के बाद तुरंत ही NOTAM (Notice to Airmen) जारी किया गया, जो 8 बजे तक प्रभावी रहा। इस अवधि के दौरान क्षतिग्रस्त लाइट्स की मरम्मत का कार्य तेजी से पूरा किया गया ताकि हवाई अड्डे पर पुनः संचालन सामान्य रूप से हो सके।

ज्ञात हो कि गोवा में दो प्रमुख हवाई अड्डे हैं—मनोहारी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (MIA) मसोपा में स्थित है, जबकि दूसरा Dabolim में स्थित है। दोनों हवाई अड्डों पर यात्री और फ्रीट फ्लाइट्स की उच्च संख्या में आवाजाही होती है।

उड़ानों का मार्ग परिवर्तन

रनवे की क्षति के कारण जिन छह उड़ानों को मोड़ा गया, उन्हें पास के अन्य हवाई अड्डों की ओर निर्देशित किया गया। इस परिवर्तन से यात्रियों को असुविधा हुई, और वे अपनी निर्धारित समय सीमा से पीछे हो गए। परंतु हवाई अड्डा प्राधिकरण ने इस स्थिति के लिए यात्रियों से क्षमायाचना की, यह कहते हुए कि यह घटना अप्रत्याशित और अप्रत्याशित थी।

ऐसी घटनाएं हवाई अड्डा संचालन में नई चुनौतियों को जन्म देती हैं, और तकनीकी टीम को त्वरित कार्रवाई करने के लिए तैयार रहना होता है। हवाई अड्डे पर ऐसी स्थिति में कर्मचारियों की तत्परता और कुशलता ने स्थिति को जल्दी नियंत्रण में ला दिया।

मौसम का प्रभाव

मौसम का प्रभाव

गोवा में मानसून के दौरान बिजली गिरने की घटनाएं सामान्य हैं, परंतु यह वर्षा ऋतु में भी अद्वितीय नहीं है। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, बिजली गिरने की घटनाओं में वृद्धि हो रही है, जिससे हवाई अड्डा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सुरक्षा जोखिम बढ़ रहे हैं।

ऐसी स्थितियों में आवश्यक होता है कि हवाई अड्डे पर उन्नत सुरक्षा और संरचनात्मक उपाय किए जाएं। बिजली गिरने की घटनाओं से निपटने के लिए विभागीय सतर्कता और प्रतिसंदाय प्रक्रियाओं का पालन ज़रूरी है, ताकि यात्री और उड़ान संचालन पर प्रतिकूल प्रभाव कम से कम हो सके।

प्रभावित यात्री और प्राधिकरण की प्रतिक्रिया

प्रभावित यात्री और प्राधिकरण की प्रतिक्रिया

यात्रियों के प्रभावित होने की खबर मिलते ही हवाई अड्डा प्राधिकरण ने उचित व्यवस्थाओं का आश्वासन दिया। प्रभावित यात्रियों को उनके गंतव्य स्थान पर पहुँचाने के लिए वैकल्पिक योजनाएं बनाई गईं। प्रभावित उड़ानों के यात्रियों को भोजन और ठहरने की सुविधाएं भी प्रदान की गईं।

हवाई अड्डा प्राधिकरण ने यात्रियों से अनुरोध किया कि अप्रत्याशित घटनाओं के कारण उत्पन्न असुविधाओं के लिए वे संयम बनाए रखें। साथ ही, प्राधिकरण ने भविष्य में ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए बेहतर तैयारियों और उपायों की पुष्टि की।

इस प्रकार की घटनाएं हवाई अड्डा संचालन की जटिलताओं को उजागर करती हैं और ये भी तैर जाता है कि कैसे त्वरित और संयोजित प्रयासों से बड़ी आपदाओं को टाला जा सकता है।

आगे की योजना

भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए मनोहर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (MIA) ने विस्तृत कार्य योजना बनाई है। इसमें बिजली गिरने जैसे प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के संसाधनों में वृद्धि शामिल है। इसके साथ ही, टेक्नोलॉजी के उपयोग से रनवे और अन्य संरचनाओं की सुरक्षा मजबूत करने का प्रयास किया जाएगा।

हवाई अड्डा प्राधिकरण ने स्त्रोतों को भी चेतावनी जारी की है कि वे खराब मौसम के दौरान अतिरिक्त सतर्कता बरतें। यह आवश्यक है कि हवाई अड्डा सुरक्षा हमेशा प्राथमिकता बने ताकि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।