लोकह चॅप्टर 1: चंद्रा ने 300 करोड़ की कमाई, कालयनी की सुपरहिट जीत

लोकह चॅप्टर 1: चंद्रा ने 300 करोड़ की कमाई, कालयनी की सुपरहिट जीत
  • Nikhil Sonar
  • 20 अक्तू॰ 2025
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जब Kalyani Priyadarshan ने अपनी नई फिल्म लोकह चॅप्टर 1: चंद्राकेरल को रिलीज़ किया, तो बॉक्स‑ऑफ़िस ने ऐसा रिकॉर्ड तोड़ दिया कि पूरी इंडस्ट्री की धड़कन तेज़ हो गई। 12वें दिन, 5.75 करोड़ रुपये की नेट कमाई के साथ, फिल्म का भारत‑वाइड कलेक्शन अब 88.25 करोड़ तक पहुँच गया, और कुल मिलाकर 300 करोड़ क्लब में प्रवेश कर गई – यह पहले कभी नहीं हुआ था।

पृष्ठभूमि और निर्माण का सफ़र

फिल्म का निर्माण Wayfarer Films ने किया, जिसका प्रोड्यूसर कोई और नहीं बल्कि Dulquer Salmaan है। निर्देशन हाथ में Dominic Arun ने थामा, जो पहले से ही मारवेल‑स्टाइल फ़िल्मों के फ़ैन थे। प्री‑प्रॉडक्शन 12 सितंबर 2024 को शुरू हुआ और मुख्य शूूटिंग 30 जनवरी 2025 को खत्म हुई – कुल 94 दिन की पाबंद महनत। अनुमानित बजट ₹30 करोड़ था, पर अब तक की कमाई ने इसको कई गुना बना दिया।

बॉक्स‑ऑफ़िस की धड़कन

पहले चार दिनों में 300 करोड़ की धाकड़ कमाई का दावा नहीं, बल्कि सिर्फ़ 65 करोड़ का ये आंकड़ा था। लेकिन सात‑दिन में ही विश्व‑व्यापी कलेक्शन ₹100 करोड़ को पार कर गया। 12वें दिन के बाद, कुल घरेलू कमाई ₹88.25 crore और ओवरसीज़ ₹117.9 crore हो गई, जिससे कुल आय लगभग ₹299 crore पहुंच गई।

  • केरल में ओपनिंग दिन ₹2.71 crore, भारत‑व्यापी विश्व स्तर पर ₹6.66 crore.
  • हिंदी डब संस्करण ने भी ₹2.15 crore की नेट कमाई की – एक बड़ी उपलब्धि, खासकर जब अधिकांश मलयालम फ़िल्में केवल स्थानीय भाषा में ही सीमित रहती हैं.
  • कुल लागत‑से‑फायदा अनुपात 4.1 : 1, यानी पहले 45 दिन में ही ₹125.25 crore का मुनाफ़ा.

जब हम इस परिणाम की तुलना अन्य मलयालम ब्लॉकबस्टर्स से करते हैं, तो Tharun Moorthy की थुडरुम ने केवल ₹4.85 crore, चिदंबरम की मंज़ु्मेल बॉज़ ने ₹4.5 crore, और Prithviraj Sukumaran की Empuraan ने ₹1.55 crore ही कमाया।

विश्लेषकों की बातें और भविष्य की संभावनाएँ

इंडस्ट्री ट्रैकर Sacnilk के अनुसार, फिल्म का टिकाऊपन इसमें निहित है कि यह ‘लोकह सिनेमेटिक यूनिवर्स’ की नींव रखती है। एक विश्लेषक ने कहा, “कालीनी की ‘यक्षी’ भूमिका ने महिला‑लीडरशिप को नया मुक़ाबला दिया है, और इसी कारण यह फ़िल्म केवल बॉक्स‑ऑफ़िस नहीं, बल्कि सामाजिक चर्चा का भी केन्द्र बन रही है।”

फिल्म के संगीत निर्देशक Jakes Bejoy ने भी गाए‑बजे ट्रैक्स की प्रशंसा की, “साउंडस्केप ने फैंटेसी को वास्तविक बनायाबद्ध किया, जो दर्शकों को एक अलग ही दुनिया में ले गया।” कैमरा बैक, Nimish Ravi की सिनेमैटोग्राफी को “विज़ुअल पोएट्री” कहा गया।

समीक्षात्मक प्रतिक्रिया और दर्शकों की राय

समीक्षकों ने फिल्म को 7.59/10 की औसत रेटिंग दी। मुख्य कारण थे बेमिसाल विज़ुअल इफ़ेक्ट्स, जटिल कथा‑संरचना और ‘यक्षी’ मिथक का नयी दृष्टि से प्रस्तुतिकरण। उपयोगकर्ता समीक्षाओं में अक्सर “अनोखी कहानी, बेहतरीन एक्शन और दिल को छू लेने वाली संगीत” शब्द सुनाई देते हैं।

परंतु, यह भी कहा गया कि फिल्म को अभी तक टॉप‑10 सबसे धनी भारतीय फ़िल्मों में जगह नहीं मिली है; वर्तमान में यह 12वें स्थान पर है, जहाँ जैगर किंग और पाकिस्तान जैसे बड़े बजट वाले प्रोजेक्ट्स आगे हैं। विशेषज्ञ इस बात पर ऐकसाथ हैं कि रिवर्स बॉक्स‑ऑफ़िस, नई प्रदेशों में रे‑रिलीज़, और डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर अधिकार प्राप्ति से यह फ़िल्म आगे भी उपर चढ़ती रहेगी।

लोकह सिनेमेटिक यूनिवर्स का पहला कदम

फ़िल्म में दुलेर सलमान और Tovino Thomas के cameos ने दर्शकों को आगे की भागीदारी का संकेत दिया। “Lokah” अब सिर्फ़ एक फ़िल्म नहीं, बल्कि एक साझा ब्रह्माण्ड का आधार बन चुका है, जहाँ विभिन्न जीवन‑शैलियों की कहानियाँ जुड़ेंगी।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

क्या इस फिल्म की सफलता से मलयालम उद्योग को अंतरराष्ट्रीय मान्यता मिलेगी?

हां, 300 crore की आय और कई देशों में डब्ड रिलीज़ ने दर्शाया है कि मलयालम फ़िल्में अब वैश्विक दर्शक वर्ग को आकर्षित कर सकती हैं। विदेशी बाजारों में बोनस कमाई और भारत के बाहर की बॉक्स‑ऑफ़िस बढ़ोतरी इस बात का प्रमाण है।

फिल्म की कमाई का सबसे बड़ा स्रोत कौन सा रहा?

केरल में शुरुआती दो हफ्तों की अत्यधिक हिटिंग, उसके बाद तमिलनाडु, कर्नाटक और एपी‑टीेलंगाना के मल्टी‑लैंग्वेज रिलीज़ ने मिलकर कुल आय का 70 % से अधिक योगदान दिया। साथ ही, ओवरसीज़ में GCC देश और यू.एस.ए. में भारतीय डायास्पोरा ने भी महत्वपूर्ण हिस्सेदारी रखी।

क्या आगे की कड़ी में वही कास्ट लौटेगा?

निर्देशकों ने अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं की है, परंतु स्क्रीनप्ले लेखक Santhy Balachandran ने इंटरव्यू में बताया कि “मुख्य किरदारों की निरंतरता दर्शकों की जुड़ाव को बढ़ा सकती है, इसलिए कालीनी और नास्लेन को पुनः देखना संभावित है।”

हिंदी डब के प्रदर्शन को कैसे समझा जाए?

हिंदी डब ने राष्ट्रीय स्तर पर नई दर्शक वर्ग को आकर्षित किया। 2.15 crore की नेट कमाई यह दर्शाती है कि मलयालम सामग्री को विभिन्न भाषा‑वारियों में अनुकूलित करने से बॉक्स‑ऑफ़िस की संभावनाएं कई गुना बढ़ सकती हैं।

फिल्म के सेट पर सबसे चुनौतीपूर्ण सीन कौन सा था?

निर्देशकों के अनुसार, ‘यक्षी का परिवर्तन दृश्य’ सबसे कठिन था; इसमें 120 सेकंड के लिए कई VFX लेयरिंग और लाइटिंग सेटअप को सटीक रूप से सिंक्रोनाइज़ करना पड़ा। इस कारण ही फिल्म को विज़ुअल इफ़ेक्ट्स के लिए कई अंतरराष्ट्रीय स्टूडियो की मदद ली गई।

1 टिप्पणि

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    Hiren Patel

    अक्तूबर 20, 2025 AT 22:34

    लोकह चॅप्टर 1 का धड़ाम भरा बॉक्स‑ऑफ़िस रिकॉर्ड देख कर दिल धड़का जैसे पहली बार चंद्रमा को छू लिया हो। 12वें दिन 300 करोड़ की कमाई वाली फिल्म ने थाली में सोने के चंदन की महक बिखेर दी। हर आँकड़े में नयी कहानी लिखी गई, जैसे‑जैसे डेटा बदलता गया, दर्शकों की उछाल भी चार चाँद लगाते गए। इस फिल्म ने सिर्फ़ एंटरटेनमेंट नहीं, बल्कि सामाजिक चर्चा की भी बौछार कर दी, जिससे हर सोशल मीडिया फ़ीड में “लोकह” का नाम गूँजता रहा। निर्देशक डोमिनिक अरुण ने मार्वल‑स्टाइल एक्शन को भारतीय लोककथा से बुनकर एक अनोखा मिश्रण तैयार किया। संगीतकार जेक़्स बेजॉय ने धुनों में जादू का तड़का लगा दिया, जिससे हर सीन में उत्साह की लहर दौड़ गई। कालीनी की ‘यक्षी’ भूमिका ने महिला‑लीडरशिप को नई रोशनी में दिखाया, जिससे कई युवा लड़कियों को प्रेरणा मिली। उत्पादन टीम ने बजट को चार गुना तक मुनाफ़ा में बदल दिया, जो फ़िल्म उद्योग में एक मील का पत्थर बना। केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक और अपीमें की बॉक्स‑ऑफ़िस ने मिलकर कुल आय के 70% से अधिक योगदान दिया। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी यह फ़िल्म चमकी, जी.सी.सी. और यू.एस.ए. में भारतीय डायस्पोरा ने इसे खूब सराहा। फिल्म के VFX सीन, खासकर ‘यक्षी का परिवर्तन दृश्य’, ने तकनीकी सीमा को पार किया, जिससे दर्शकों की नजरें नहीं हटें। समीक्षकों ने इसे 7.59/10 अंक दे कर सराहा, लेकिन दर्शकों की भावनाएँ तो लाखों में गिनी जा सकती हैं। इस तरह की सफलता से मलयालम फ़िल्में अब वैश्विक मान्यता की राह पर आत्मविश्वास से कदम रख रही हैं। भविष्य की कड़ी में अगर वही कास्ट लौटे तो ब्रह्मांड का विस्तार और भी अद्भुत हो सकता है। कुल मिलाकर, “लोकह चॅप्टर 1” ने केवल कमाई नहीं, बल्कि भारतीय सिनेमा की गर्जना को भी नई दिशा दी।

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