मलाइका अरोड़ा के पिता अनिल अरोड़ा ने बांद्रा की इमारत से कूदकर की आत्महत्या
- 12 सित॰ 2024
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मलाइका अरोड़ा के पिता की आत्महत्या से फैला शोक
बॉलीवुड की जानी-मानी अभिनेत्री और मॉडल मलाइका अरोड़ा के पिता अनिल अरोड़ा ने बुधवार सुबह बांद्रा की एक आवासीय इमारत की छत से कूदकर आत्महत्या कर ली। यह दिल दहला देने वाली घटना बांद्रा स्थित एक इमारत की छठी मंजिल की छत पर सुबह करीब 9 बजे हुई। घटना के तुरन्त बाद बांद्रा पुलिस मौके पर पहुंची और अनिल अरोड़ा को अस्पताल पहुँचाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
पुलिस ने शुरू की जांच
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, घटना की जांच प्रारंभिक चरण में है। पुलिस ने घटना स्थल का 'पनचनामा' किया और जरूरी सबूत जुटाए। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की है ताकि घटना की सही जानकारी हासिल की जा सके। हालांकि, अभी तक घटना के पीछे की असली वजह सामने नहीं आ पाई है और कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है।
प्रियजनों का समर्थन
घटना के दौरान, मलाइका पुणे में थी और तुरंत बांद्रा स्थित अपने घर लौट आईं। उनका पूर्व पति व अभिनेता अरबाज खान भी उनकी सहायता के लिए नजर आये। इसके अलावा उनके परिवार के अन्य सदस्य और मित्र भी उनके पास पहुंचे, जिनमें अरबाज खान के माता-पिता सलीम खान और सलमा खान, उनके भाई सोहेल खान और अर्जुन कपूर भी शामिल थे।
अस्पताल में इलाज का इतिहास
65 वर्षीय अनिल अरोड़ा पंजाब से थे एवं पहले मर्चेंट नेवी में कार्यरत थे। पिछले साल उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन अस्पताल में भर्ती होने का कारण स्पष्ट नहीं है। मलाइका के माता-पिता, जॉयस पॉलिकार्प और अनिल अरोड़ा ने तब तलाक लिया था जब मलाइका 11 साल की थीं और उनकी मां ने ही मुख्य रूप से मलाइका और उनकी छोटी बहन अमृता को पाला था।
आवश्यक जांच और निष्कर्ष
पुलिस द्वारा जारी प्रारंभिक जांच में यह मामला आत्महत्या का लग रहा है, लेकिन कुछ स्रोतों का कहना है कि यह हो सकता है कि यह एक दुर्घटना भी हो। पुलिस ने अभी तक मामले पर कोई ठोस नतीजा नहीं निकाला है और जांच जारी है। परिवार ने भी अब तक इस घटना पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
मनोवैज्ञानिक दबाव की संभावना
अनिल अरोड़ा की आत्महत्या के पीछे मानसिक तनाव या दबाव की संभावना भी हो सकती है। आज के समय में मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखना बहुत आवश्यक है और यह घटना इस बात की ओर इशारा करती है कि हमें मानसिक तनाव और दबाव के लक्षणों को पहचानने और उन्हें समय पर ठीक करने की दिशा में कदम उठाने चाहिए।
भीरूता से बाहर निकलने की जरूरत
किसी भी कारण से आत्महत्या करना कभी भी एक सही समाधान नहीं होता। हमें अपने समाज को यह सिखाना चाहिए कि किसी भी कठिनाई का सामना करते हुए हमें मजबूत बनना चाहिए और अपने प्रियजनों और पेशेवर मदद की ओर रुख करना चाहिए।