मुंबई निर्वाचन के कारण सोमवार, 20 मई 2024 को भारतीय शेयर बाजार बंद रहेगा। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ट्रेडिंग के लिए पूरी तरह से बंद रहेंगे। यह बंदी इक्विटी सेगमेंट, डेरिवेटिव सेगमेंट और सिक्योरिटीज लेंडिंग एंड बॉरोइंग (SLB) सेगमेंट सहित सभी सेगमेंट्स को प्रभावित करेगी।
हालांकि, मल्टी-कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) केवल सुबह के सत्र के लिए बंद रहेगा और शाम के सत्र के लिए फिर से खुलेगा। यह बंदी मुंबई में होने वाले महापौर और नगर निगम चुनावों के कारण है। चुनाव के दौरान शहर में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है।
2024 के लिए बाजार की अन्य निर्धारित छुट्टियां
एक्सचेंजों ने 2024 के लिए निर्धारित छुट्टियों की एक सूची भी जारी की है। इनमें शामिल हैं:
- 17 जून - बकरी ईद
- 17 जुलाई - मुहर्रम
- 15 अगस्त - स्वतंत्रता दिवस
- 2 अक्टूबर - महात्मा गांधी जयंती
- 1 नवंबर - दिवाली
- 15 नवंबर - गुरु नानक जयंती
- 25 दिसंबर - क्रिसमस
एक्सचेंज ने कहा है कि वे जरूरत पड़ने पर इन अवकाशों में संशोधन करने का अधिकार सुरक्षित रखते हैं। ये छुट्टियां अलग-अलग धार्मिक और राष्ट्रीय त्योहारों पर आधारित हैं।
अप्रत्याशित घटनाओं के लिए विशेष कारोबारी सत्र
यह बंदी ऐसे समय में आ रही है जब एक्सचेंजों ने हाल ही में शनिवार को दो विशेष ट्रेडिंग सत्र आयोजित किए थे। इन सत्रों का उद्देश्य उनके सिस्टम और अप्रत्याशित घटनाओं के प्रति प्रतिक्रिया का परीक्षण करना था।
2021 में एक महत्वपूर्ण ट्रेडिंग व्यवधान के बाद इन विशेष सत्रों का आयोजन किया गया था। उस घटना ने एक्सचेंजों की तैयारी और आपातकालीन स्थितियों से निपटने की क्षमता पर प्रश्न उठाए थे।
ये विशेष सत्र एक्सचेंजों के लिए अपनी प्रणालियों का परीक्षण करने और किसी भी अप्रत्याशित परिस्थिति के लिए तैयार रहने का एक महत्वपूर्ण अवसर थे। इससे निवेशकों का भरोसा बढ़ाने में भी मदद मिलेगी।
बाजार बंद होने का प्रभाव
शेयर बाजार के बंद रहने से शेयरों और अन्य वित्तीय साधनों की खरीद-बिक्री रुक जाएगी। इसका प्रभाव निवेशकों और ट्रेडर्स पर पड़ेगा जो इन एक्सचेंजों पर नियमित रूप से कारोबार करते हैं।
हालांकि, यह एक अस्थायी विराम है और कारोबार मंगलवार से फिर से शुरू हो जाएगा। फिर भी, निवेशकों को अपनी रणनीति को तदनुसार समायोजित करने और किसी भी महत्वपूर्ण घटना या प्रवृत्ति से अवगत रहने की आवश्यकता है।
इसके अलावा, वैश्विक बाजारों और अन्य प्रासंगिक समाचारों पर भी नजर रखना महत्वपूर्ण है क्योंकि वे भारतीय शेयर बाजार को प्रभावित कर सकते हैं। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि बाजार किस दिशा में जाता है।
कुल मिलाकर, मुंबई चुनाव के कारण BSE और NSE बंद रहने से शेयर बाजार में अस्थायी रुकावट आएगी। हालाँकि, यह एक सामान्य घटना है और निवेशकों को इससे घबराने की आवश्यकता नहीं है। नियमित कारोबार मंगलवार से बहाल हो जाएगा।
Karan Kamal
मई 20, 2024 AT 21:32बाजार बंद होने से आज कोई ट्रेड नहीं होगा।
Navina Anand
मई 21, 2024 AT 16:00मुंबई चुनाव के कारण BSE और NSE बंद हो रहे हैं, इसलिए ट्रेडिंग सत्र से जुड़ी सभी योजना आज टाल दी जाएँ।
इसी बीच MCX का केवल सुबह का सत्र बंद रहेगा, शाम को फिर खुल जाएगा, इस बात का ध्यान रखें।
जो स्टॉक्स पर इंट्राडे पोजीशन रखे हुए थे, उन्हें रात भर के लिए सुरक्षित रखें।
आगे के ट्रेडिंग में जोखिम प्रबंधन की नीति को फिर से अपडेट करना समझदारी होगी।
Prashant Ghotikar
मई 22, 2024 AT 11:26आज का बंद होना बाजार में कुछ अस्थायी व्यवधान पैदा कर सकता है, पर यह वास्तव में एक नियोजित अवकाश है जिसे सभी को अपॉइंटमेंट के रूप में मानना चाहिए।
पहले यह समझना ज़रूरी है कि बंदी का मुख्य कारण मुंबई में महापौर और नगर निगम चुनाव है, जो सार्वजनिक अवकाश घोषित कर दिया गया है।
इस कारण से BSE और NSE दोनों इक्विटी, डेरिवेटिव और SLB सेगमेंट्स पूरी तरह से बंद रहेंगे।
मात्र MCX सिर्फ़ सुबह के सत्र के लिए बंद रहेगा और शाम को फिर खुल जाएगा, इसलिए कमोडिटी ट्रेडर्स को अपने पोर्टफोलियो को उसी अनुसार व्यवस्थित करना चाहिए।
बाजार बंद होने पर फंड मैनेजरों को अपने अल्पकालिक पोज़ीशन को पुनः देखना चाहिए और लिक्विडिटी जोखिम को कम करने के लिए हेजिंग की तैयारी करनी चाहिए।
यह भी ध्यान देने योग्य है कि 2024 की निर्धारित छुट्टियों की सूची में बकरी ईद, मुहर्रम, स्वतंत्रता दिवस आदि शामिल हैं, जिनमें भी ट्रेडिंग बंद होगी।
ट्रेडर्स को इन तिथियों की अग्रिम जानकारी रखनी चाहिए ताकि योजना बनाते समय कोई अड़चन न आए।
खासकर उन निवेशकों के लिए जो नियमित रूप से मार्जिन ट्रेडिंग करते हैं, यह बंदी मार्जिन कॉल के जोखिम को घटा सकती है।
दूसरी ओर, सिस्टम टेस्टिंग के लिए आयोजित विशेष सत्रों ने एक्सचेंज की तैयारी को मजबूत किया है, जिससे इस तरह के अचानक बंद होने पर भी बैकअप प्लान मौजूद रहता है।
पहले 2021 में हुए ट्रेडिंग व्यवधान को देख कर यह सत्र आयोजित किया गया था, जिससे एक्सचेंज की आपातकालीन प्रतिक्रिया क्षमता पर भरोसा बढ़ा।
इसलिए, इस बंदी को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है, बल्कि इसे एक अवसर मानकर अपने पोर्टफोलियो की पुन: समीक्षा करनी चाहिए।
वैश्विक बाजारों की चाल भी भारत के बाजार को प्रभावित कर सकती है, इसलिए अंतरराष्ट्रीय आर्थिक संकेतकों पर भी नजर रखें।
अगले कुछ दिनों में यदि कोई नई खबर आए, तो तुरंत रणनीति में बदलाव करना उचित रहेगा।
समग्र रूप से, आज का बंद होना एक सामान्य प्रक्रिया है और अगले ट्रेडिंग दिवस में सब कुछ सामान्य हो जाएगा।
निवेशकों को सलाह है कि इस समय को अपनी निवेश रणनीति को मजबूत करने और संभावित जोखिम को कम करने में उपयोग करें।
Sameer Srivastava
मई 22, 2024 AT 12:50वास्तव में ये बंदी कोई छोटा मसला नहीं.... चुनाव के कारण पूरे शहर में ट्रैफिक जाम, सार्वजनिक माहौल ही बदल जाता है!!! इसलिए एक्सचेंज को भी ऐसा कदम उठाना उचित है।
Mohammed Azharuddin Sayed
मई 22, 2024 AT 14:13बाजार बंद होने से ट्रेडिंग में रुकावट आएगी, पर यह समय पोर्टफॉलियो के विविधीकरण पर पुनर्विचार करने का भी है। मौजूदा पोजीशन की वॉल्यूम और वैल्यू एट्रिब्यूशन की जांच करना उचित रहेगा।
Avadh Kakkad
मई 22, 2024 AT 19:46छुट्टियों की सूची में दिवाली भी शामिल है, जिससे साल के अंत में रिवर्सल ट्रेडिंग की संभावना बढ़ेगी।
Sameer Kumar
मई 22, 2024 AT 21:10सही कहा, दिवाली के समय अक्सर बाजार में सेज पोटेंशियल देखी जाती है, निवेशकों को इस अवसर को समझदारी से इस्तेमाल करना चाहिए।
naman sharma
मई 23, 2024 AT 09:40पिछले वर्षों में चुनाव के दौरान बाजार की अस्थिरता का ऐतिहासिक डेटा दर्शाता है कि औसत गिरावट लगभग दो प्रतिशत रही है, परंतु यह रेंज हमेशा स्थिर नहीं रहती।
Sweta Agarwal
मई 23, 2024 AT 11:03ओह, तो अब हमें इंतजार करना पड़ेगा कि कब बाजार फिर से धँसना शुरू करेगा, अद्भुत।
KRISHNAMURTHY R
मई 23, 2024 AT 12:26तथापि, हाई-फ्रिक्वेंसी ट्रेडर्स को इस लिक्विडिटी गैप का लाभ निकालने के लिए अल्गो स्ट्रेटेजी एडजस्ट करनी चाहिए :)