पश्चिम बंगाल: भाजपा उम्मीदवार अभिजीत गांगुली को ममता बनर्जी पर टिप्पणी के लिए चुनाव आयोग का नोटिस
- 17 मई 2024
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चुनाव आयोग ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और कलकत्ता उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश अभिजीत गांगुली को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ 'अनुचित, गैर-न्यायिक और अनादरपूर्ण टिप्पणी' करने के लिए एक कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
बुधवार को हल्दिया जिले में एक सार्वजनिक बैठक के दौरान की गई टिप्पणी पर चुनाव आयोग ने कहा है कि प्रथम दृष्टया यह टिप्पणी आदर्श आचार संहिता और 1 मार्च को जारी एडवाइजरी का उल्लंघन करती है। कई लोगों द्वारा टिप्पणी को महिला विरोधी करार दिया गया है, जिसके बाद तृणमूल कांग्रेस ने चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई है। तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि गांगुली ने 'महिला विरोधी' टिप्पणी की है।
तृणमूल कांग्रेस ने चुनाव आयोग से मांग की है कि वह गांगुली के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही शुरू करे और उन्हें सार्वजनिक बैठकों या रैलियों में भाग लेने से प्रतिबंधित करे। हालांकि, भाजपा ने वीडियो को 'फर्जी' बताकर इनकार किया है।
चुनाव आयोग ने मांगा जवाब
चुनाव आयोग ने गांगुली से 20 मई को शाम 5 बजे तक जवाब मांगा है। आयोग ने कहा है कि टिप्पणी प्रथम दृष्टया आदर्श आचार संहिता और 1 मार्च को जारी एडवाइजरी का उल्लंघन करती है।
गांगुली पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर हल्दिया सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। वह कलकत्ता हाईकोर्ट के पूर्व जज रह चुके हैं। भाजपा ने उन्हें इस बार पार्टी का उम्मीदवार बनाया है।
तृणमूल कांग्रेस ने की शिकायत
गांगुली द्वारा की गई टिप्पणी को महिला विरोधी बताते हुए तृणमूल कांग्रेस ने चुनाव आयोग से शिकायत की है। पार्टी ने आरोप लगाया है कि गांगुली ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ 'महिला विरोधी' टिप्पणी की है।
तृणमूल कांग्रेस ने मांग की है कि चुनाव आयोग गांगुली के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे। पार्टी ने कहा है कि गांगुली को सार्वजनिक बैठकों या रैलियों में भाग लेने से प्रतिबंधित किया जाना चाहिए।
भाजपा ने वीडियो को बताया फर्जी
गांगुली द्वारा की गई टिप्पणी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। हालांकि, भाजपा ने इस वीडियो को फर्जी करार दिया है। पार्टी का कहना है कि यह वीडियो एडिट किया गया है और इसमें गांगुली के बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है।
भाजपा ने कहा है कि गांगुली ने ममता बनर्जी के खिलाफ कोई अनुचित टिप्पणी नहीं की है। पार्टी ने इसे विपक्षी दलों द्वारा चुनाव से ठीक पहले भ्रम फैलाने की कोशिश बताया है।
चुनाव आयोग सख्त
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान चुनाव आयोग उम्मीदवारों और राजनीतिक दलों पर कड़ी नजर रखे हुए है। आयोग ने सभी दलों और उम्मीदवारों को आदर्श आचार संहिता का पालन करने के लिए कहा है।
इससे पहले भी चुनाव आयोग ने कई नेताओं को आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के लिए नोटिस जारी किया है। आयोग ने कहा है कि वह आचार संहिता के उल्लंघन के मामलों में सख्त कार्रवाई करेगा।
चुनावी माहौल गरमाया
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के आखिरी चरण का मतदान 29 अप्रैल को होना है। आठ चरणों में हो रहे इस चुनाव में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है।
चुनाव प्रचार के दौरान दोनों दलों के नेताओं द्वारा एक-दूसरे पर लगातार हमले किए जा रहे हैं। ममता बनर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच भी जुबानी जंग छिड़ी हुई है।
ऐसे में गांगुली द्वारा ममता बनर्जी पर की गई टिप्पणी ने चुनावी माहौल को और गर्मा दिया है। देखना होगा कि चुनाव आयोग इस मामले में क्या कार्रवाई करता है और इसका चुनाव पर क्या असर पड़ता है।