प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को लेंगे तीसरे कार्यकाल की शपथ

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को लेंगे तीसरे कार्यकाल की शपथ
  • 5 जून 2024
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का तीसरा कार्यकाल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ लेंगे, जिससे वह जवाहरलाल नेहरू के बाद भारत के पहले तीन बार कार्यकाल संभालने वाले प्रधानमंत्री बन जाएंगे। भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में यह एक महत्वपूर्ण घटना है, जिसने राजनीतिक समीकरणों को नई दिशा दी है। मोदी ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की और इस्तीफा देते हुए सरकार गठन का दावा पेश किया।

भाजपा की संसदीय स्थिति

हाल ही में संपन्न हुए आम चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 240 सीटें जीतीं, जो बहुमत के आंकड़े 272 से कम हैं। हालांकि, भाजपा को एनडीए यानी राष्ट्रवादी लोकतांत्रिक गठबंधन के 53 सदस्यों का समर्थन प्राप्त है, जिससे एनडीए की कुल सीटें 293 हो जाती हैं। इसलिए, भाजपा तीसरे कार्यकाल के लिए सरकार बनाने में सक्षम हो सकी है।

मोदी की जीत और विपक्ष की रणनीति

मोदी ने उत्तर प्रदेश के वाराणसी लोकसभा सीट से जीत हासिल की, जहां उन्होंने कांग्रेस के अजय राय को 1.5 लाख से कम अंतर से हराया। विपक्षी गठबंधन, जिसे कांग्रेस द्वारा नेत्रत्व में खड़ा किया गया था, ने 232 सीटें जीतीं हैं। इसमें कोई संदेह नहीं कि एनडीए की इस सफलता में सहयोगी दलों के नेताओं जैसे तेलुगू देशम पार्टी के चंद्रबाबू नायडू और जनता दल (यू) के नीतीश कुमार की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

भाजपा का प्रदर्शन

जहां भाजपा ने ओडिशा, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश और बिहार में अच्छा प्रदर्शन किया, वहीं तमिलनाडु में पार्टी एक भी सीट जीतने में असफल रही। इसके बावजूद, पार्टी ने केरल में पहली बार लोकसभा सीट पर जीत दर्ज की, जो एक ऐतिहासिक सफलता मानी जा रही है।

विश्व नेताओं द्वारा बधाई

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ऐतिहासिक जीत पर विश्व के नेताओं ने बधाई संदेश भेजे हैं, जिनमें चीन भी शामिल है। पीएम मोदी ने दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में एक विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि भारत की जनता ने एक बार फिर एनडीए में विश्वास जताया है।

भविष्य की चुनौतियाँ और अवसर

मोदी के तीसरे कार्यकाल से देश में कई उम्मीदें जुड़ी हुई हैं। नई सरकार को महत्वपूर्ण आर्थिक सुधारों को लागू करने, विदेश नीति में स्थिरता बनाए रखने और सामाजिक समरसता को प्रोत्साहित करने के लिए कदम उठाने होंगे। साथ ही, देश में बढ़ रही आंतरिक और बाह्य चुनौतियों का भी सटीक समाधान निकालना होगा।

इस ऐतिहासिक शपथ समारोह का पूरा देश और विश्व समुदाय बड़ी उत्सुकता से इंतजार कर रहा है, जहां नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री के पद की शपथ लेंगे। यह निश्चित रूप से भारतीय राजनीति के एक नए अध्याय की शुरुआत होगी।