Nifty – भारत का प्रमुख शेयर बाजार सूचकांक

जब हम Nifty, भारत का प्रमुख शेयर बाजार सूचकांक, जो NSE के 50 मुख्य कंपनियों के मूल्य को दिखाता है. Alternate name: Nifty 50 की बात करते हैं, तो दो चीज़ें तुरंत दिमाग में आती हैं – NSE, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज, जहाँ Nifty ट्रेड होता है और Sensex, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक. Nifty शेयर बाजार की दिशा को मापता है, इसलिए निवेशकों के लिए यह एक बुनियादी टूल है.

Nifty से जुड़े मुख्य तत्व

Nifty सिर्फ एक नंबर नहीं, यह 50 कंपनियों का एक समूह है – बैंकिंग, आईटी, फाइनेंस और कंज्यूमर गैड्जेट जैसे सेक्टर शामिल हैं. इसका मतलब है कि जब कोई बड़ा बैंक अपने स्टॉक में उछाल दिखाता है, तो Nifty भी ऊपर जाता है. यही कारण है कि बाजार विश्लेषक अक्सर कहते हैं कि Nifty संपूर्ण अर्थव्यवस्था का प्रतिबिंब है. यही तथ्य Nifty को डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग और फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्टों में भी उपयोगी बनाता है.

मार्केट की दैनिक चाल में हाईलाइट होते हैं IPO लॉन्च, म्यूचुअल फंड इन्वेस्टमेंट और विदेशी निवेशकों की पार्टिसिपेशन. जब नए IPO का रोलआउट होता है, तो Nifty को अक्सर पहली बार परखना पड़ता है कि नई कंपनियों की मेजबानी किस तरह से इंडेक्स को प्रभावित करेगी. इसी तरह, म्यूचुअल फंड के पोर्टफोलियो में Nifty फंड्स की भारी हिस्सेदारी होती है, इसलिए फंड फ्लो भी Nifty के मूवमेंट को दिशा देता है. विदेशी निवेशक, खासकर FII, पैसे को NSE में लाने-ले जाने से Nifty की वैल्यू में तेज़ बदलाव देखता है.

इंडेक्स के साथ जुड़ी तकनीकी विश्लेषण जैसे रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) या मूविंग एवरज भी कई ट्रेडर्स की रोज़मर्रा की रिपोर्ट में होते हैं. ये टूल्स Nifty की ओवरबॉट या ओवरसोल्ड स्थिति पहचानने में मदद करते हैं, जिससे एंट्री या एक्ज़िट पॉइंट तय होते हैं. इसी तरह, आर्थिक कैलेंडर पर प्रकाशित आंकड़े – जैसे GDP, महंगाई, या RBI की ब्याज दर नीति – Nifty को बुल या बेयर सेंटिमेंट देता है.

अंत में, यह पेज आपके लिए Nifty से जुड़ी सभी अहम खबरें, विश्लेषण और टॉपिक एक साथ लाता है. नीचे दी गई सूची में आप नवीनतम स्टॉक मार्केट अपडेट, IPO की जानकारी, और Nifty पर प्रभाव डालने वाले आर्थिक डेटा पाएँगे. चाहे आप शुरुआती हों या अनुभवी ट्रे़डर, यहाँ से आप अपनी निवेश रणनीति को और मजबूत बना सकते हैं. आगे पढ़ें और देखें कि आज के मार्केट में Nifty कैसे चल रहा है और कौन‑से ट्रेंड आपके पोर्टफोलियो को असर डाल सकते हैं.

भारतीय स्टॉक मार्केट में तेज गिरावट: 25,000 से नीचे Nifty के पीछे तीन मुख्य कारण 27 सितंबर 2025

भारतीय स्टॉक मार्केट में तेज गिरावट: 25,000 से नीचे Nifty के पीछे तीन मुख्य कारण

Nifty 25,000 के स्तर से नीचे गिरा, जिससे भारतीय शेयर बाजार में भारी झटका लगा। इस गिरावट के पीछे तीन बड़े कारण हैं: विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की लगातार भरपूर बिक्री, अमेरिकी अर्थव्यवस्था की धीमी गति और बैंकों की ब्याज दरें, तथा घरेलू महंगे मूल्य और नीति अनिश्चितताएँ। वित्तीय और आईटी सेक्टर सबसे अधिक प्रभावित हुए, जिसके जवाब में RBI और SEBI ने बाजार को स्थिर करने के लिए कदम उठाए।