उपचुनाव परिणाम 2024: बंगाल की चारों सीटों पर TMC आगे, जलंधर पश्चिम में AAP की बढ़त
- 13 जुल॰ 2024
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उपचुनाव परिणाम 2024: बंगाल की चारों सीटों पर TMC आगे
दस जुलाई को हुए उपचुनावों के परिणाम अब धीरे-धीरे सामने आ रहे हैं और पश्चिम बंगाल की चारों विधानसभा सीटों पर अणि इंडिया तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की पकड़ मजबूत दिख रही है। आज सुबह 10:30 बजे तक के आंकड़ों के अनुसार, रायगंज, मणिकतला, रानाघाट दक्षिण और बागडा विधानसभा क्षेत्रों में टीएमसी उम्मीदवारों ने बढ़त बना रखी है। रायगंज सीट से टीएमसी उम्मीदवार कृष्णा कल्याणी ने एक विशाल बढ़त हासिल की है।
रायगंज, मणिकतला, रानाघाट दक्षिण और बागडा में टीएमसी की बढ़त
रायगंज में टीएमसी उम्मीदवार कृष्णा कल्याणी 10,000 से अधिक वोटों की बढ़त बनाए हुए हैं। मणिकतला और रानाघाट दक्षिण में भी टीएमसी उम्मीदवार काफी आगे चल रहे हैं। बागडा में भी टीएमसी की स्थिति मजबूत है। उपचुनावों के दौरान इन सभी क्षेत्रों में अच्छी वोटिंग हुई है और टीएमसी के कार्यकर्ताओं का मनोबल ऊंचा है।
जलंधर पश्चिम में आप की मोहितर भगत की बढ़त
पंजाब की जलंधर पश्चिम विधानसभा सीट पर आम आदमी पार्टी (AAP) के उम्मीदवार मोहितर भगत चार राउंड की गिनती के बाद 11,000 से अधिक वोटों की बढ़त बनाए हुए हैं। कांग्रेस की सुरिंदर कौर उनसे पीछे चल रही हैं। यह सीट आप के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही थी और वर्तमान में मोहितर भगत का नेतृत्व पार्टी के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है।
अन्य राज्यों के उपचुनाव परिणाम
हिमाचल प्रदेश की देहरा और अन्य विधानसभा सीटों पर भी गिनती जारी है। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुक्खविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर देहरा सीट से कांग्रेस के लिए मामूली बढ़त बनाए हुए हैं। भाजपा के होशियार सिंह उनके पीछे चल रहे हैं।
बिहार की रुपौली, तमिलनाडु के विक्रवांदी, मध्य प्रदेश के अमरवारा, उत्तराखंड के बद्रीनाथ और मंग्लौर विधानसभा क्षेत्रों में भी चुनाव परिणामों की गिनती जारी है। इन सभी क्षेत्रों में विभिन्न दलों के उम्मीदवारों के बीच कड़ी टक्कर है।
वोटर टर्नआउट और चुनाव प्रक्रिया
इन उपचुनावों में मतदाता टर्नआउट सामान्य से अधिक रहा है। अधिकांश क्षेत्रों में मतदाता उच्च उत्साह के साथ मतदान में शामिल हुए। बिहार, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब और हिमाचल प्रदेश की 13 विधानसभा सीटों पर हुए इन उपचुनावों का महत्वपूर्ण राजनीतिक प्रभाव माना जा रहा है।
इन उपचुनावों के लिए मतदान प्रक्रिया सुचारू रूप से संपन्न हुई थी और अधिकांश जगहों पर मतदान शांतिपूर्ण रहा। हालांकि कुछ क्षेत्रों में मामूली घटनाएं हुईं, लेकिन उन्हें जल्दी ही नियंत्रित कर लिया गया।
भविष्य की रणनीतियां और राजनीतिक प्रभाव
इन उपचुनावों के परिणामों का राजनीतिक दलों पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है। जहां टीएमसी ने पश्चिम बंगाल में अपनी पकड़ बनाए रखी है, वहीं आप का प्रदर्शन पंजाब में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। कांग्रेस और भाजपा भी अपनी भविष्य की रणनीतियां तय कर रहे हैं।
इन चुनावों के नतीजे विभिन्न दलों की स्थिति को स्पष्ट करेंगे और आगे के चुनावों के लिए रणनीतियों का निर्धारण करेंगे। इसमें यह देखा जा सकेगा कि कौन से मुद्दे प्रभावी रहे और कौन सी रणनीतियां काम आईं।
सभी दल इन नतीजों से सीख लेकर अपने अभियानों में सुधार करने की कोशिश करेंगे ताकि आगामी चुनावों में बेहतर प्रदर्शन कर सकें।